निरमण्ड। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—- ,कुल्लू ज़िला के निरमण्ड उपमंडल के तहत धार्मिक पर्यटन स्थल बागा सराहन के ईष्ट देवता सदाशिव जणाडी़ महादेव के मंदिर की प्रतिष्ठा सम्पन हुई। मान्यता हैकि देवता बागा सराहन 24 कोठी और 5 गढ़ के मालिक हैं जोकि अनेकों नाम (ईशाना ऋषि, देऊ गिरशाई, बूडा़ सरौहणी एवं बडा़ देऊ) से विख्यात है । इस दौरान देव परम्परा और देव संस्कृति को और सुदृढ बनाने के लिए देवता कमेटी बागा सराहन के कार करिंदों ने दस दिनों की बैठक में चिंतन मंथन करके सर्व सहमति से बनाऐ कुछ विशेष नियम । इन नियमो को देवता कमेटी ने देवता के मंदिर की प्रतिष्ठा के दौरान, देवता बूडा़ सरौहणी के कारदार उतम राम ठाकुर की अध्यक्षता में जनसभा करके कोठी ब्रह्मगढ़ की जनता के साथ चर्चा के लिए पेश किया। चर्चा करने के बाद स्थानीय जनता व कोठी ब्रह्मगढ़ की जनता ने इसे सहर्ष स्वीकार किया ।
नियम जो बनाए गए उन में मंदिर परिसर में नंगे सिर कोई भी प्रवेश नहीं कर सकेगा । मंदिर परिसर में शराव पीकर आना भी हुआ सख्थ मना ,उलंगन करने पर होगा जूर्माना ।देवता का कोई भी कार्ज या देऊली हो तो पहले सभी कार-करिंदों को मंदिर परिसर में हाजिर होना हुआ अनिवार्य , तब तक देवता साहिब का रथ मंदिर से बाहर नहीं निकलेगा ।
देवता साहिब के किसी भी कार्ज,पर्व एवं देऊली में जाने पर हर घर से एक सदस्य को हाजिर होना भी हुआ अनिवार्य, ना आने पर 500-1500 का जुर्माना तय किया। कोई भी अगर किसी भी प्रकार से देव नियमों का उलंगन करता हो तो उसे 10000-20000 जुर्माना तय । देवता साहिब के सभी कारकरिंदों को देऊली या पर्व के दौरान शराव पीने पर भी लगी रोक,उलंगन करने पर लगेगा जुर्माना ।
.अब बाहर से आने वाले श्रदालु कर पाऐंगे हर दिन देवता के दर्शन और देवता का रथ मिलने वालों के लिए मंदिर से बाहर सिर्फ हर रविवार को निकलेगा और उस दिन शुक्ष्म भंडा़रे का होगा आयोजन । अब CC TV की निगरानी में रहेगा पूरा मंदिर परिसर
और पुजा के दौरान हर सुबह -शाम को बजती रहेगी भजन आरती । अब वर्ष में होंगे देवता गिरशाई महादेव (बूडा़ सरौहणी)के दो बड़े दौरे । वर्ष में दो बार देवता साहिब के आय-व्यय का व्योरा जनसभा करके जनता के सामने पेश किया जाएगा।
इस मौके पर विशेष रूप से देवता के कारदार उतम राम,प्रेम चंद ठाकुर, देवी सिंह ठाकुर, देवी माँ ब्रह्मचुडी़ के कारदार मनोज ठाकुर,देवता के गुर वेली राम,पुजारी रोशन लाल,प्रितम सिंह,देवेंद्र सिंह, हेम राज, लोचन ठाकुर, राजेंद्र राजू ,भडा़री जगदीश,सचिव चीवा राम,देवता के सभी माहते,रियासी नाग देवता,जमलू देवता और चैलाशनी देवी एवं मार्कंडा़ ऋषि के सभी कार करिंदे 250 से ज्यादा अन्य देऊलू मौजूद रहे।