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पहाड़ों पर एक माह बाद स्वर्ग से उतरे देवता, भविष्यवाणी में सूखे की आशंका

रामपुर बुशहर । विशेषर नेगी।

हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में मकर संक्रांति को सभी देवी देवता जाते हैं स्वर्ग प्रवास पर। अधिकतर देवी देवता स्वर्ग प्रवास से फागुन संक्रांति को एक माह बाद लौटते हैं धरती पर ऐसी है मान्यता। स्वर्ग से लौटते ही गुरु के माध्यम से देवी देवता अपने क्षेत्र में मौसम, साल फसल व घटनाओं का करते हैं बखान । रामपुर क्षेत्र के प्रमुख देवता दुर्मुख ने इस साल लगभग ठीक रहने की जताई है उम्मीद।

वी ओ हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन सभी देवी देवता मंदिरों में पूजा पाठ के बाद स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं। उसके बाद मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं । स्वर्ग से विभिन्न क्षेत्रों के देवता 7 दिन, 15 दिन और 1 माह अलग-अलग समय में फिर से धरती पर लौटते हैं इसी कड़ी में रामपुर क्षेत्र के प्रमुख देवता द्रमुख भी आज फागुन संक्रांति के दिन विधि विधान से धरती पर लौटे । प्रथानुसार गुरु के माध्यम से देवी देवता स्वर्ग से लौटते ही साल फसल कैसे होगा ,मौसम , प्राकृतिक आपदाएं आएगी या नही, बीमारियां तो नहीं आएगी ,यह सब बातें गुरु के माध्यम से बताया जाता है। डंसा में आज गुरु को शक्ति आते ही अपने गालों पर मोटी लोहे की सुई यानी छड़ चुबो कर आर पार कर दी। उस के बाद मंदिर प्रांगण आ कर साल भर का इलाके के लिए भविष्यवाणी की। देवता ने इलाके के लिए साल सामान्य रहने की बात कही उन्होंने सूखे की संभावनाएं दी जताई है। भविष्यवाणी सुनने के बाद देवता की मूर्तियों को पालकी में सजा तैयार किया गया। क्योंकि स्वर्ग प्रवास जाने से पहले देवी देवताओं की पालकियां खोल कर रखी जाती है। रामपुर क्षेत्र के प्रमुख देवता द्र्मुख के मंदिर में आज खूब चल पल रही। दूर-दूर से लोग इलाके की भविष्यवाणी सुनने के लिए पहुंचे थे। देवता ने गुर के माध्यम से भविष्यवाणी करते हुए बताया कि स्वर्ग प्रवास के दौरान देव सदन में क्या-क्या घटनाएं हुई है। और उसके बाद साल फसल इलाके में कैसे रहने वाली है। लेकिन रामपुर इलाके के लिए उन्होंने साल सामान्य रहने की बात कही । उन्होंने इलाके में सूखे की संभावना जरूर जताई है। डंसा निवासी विष्णु शर्मा ने बताया कि हमारे हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में देवी देवता मकर संक्रांति के दिन स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं और फागुन संक्रांति को स्वर्ग से वापस लौटते हैं । इस दौरान सभी मंदिरों की कपाट बंद हो जाते हैं ।उन्होंने बताया कि रामपुर बुशहर के जो सबसे शक्तिशाली देवता है द्रमुक आज स्वर्ग प्रवास के बाद मंदिर लौटे हैं । उन्होंने अपने गुर के माध्यम से आने वाला साल कैसा रहेगा वह भविष्यवाणी की। उन्होंने बताया कि साल अच्छा रहेगा जो कुछ समस्याएं है उन को देवता ने स्वयं देवीय शक्तियों से निपटाने की बात गुर के मध्य से कही।

डंसा निवासी विष्णु शर्मा ने बताया कि हमारे हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में देवी देवता मकर संक्रांति के दिन स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं और फागुन संक्रांति को स्वर्ग से वापस लौटते हैं । इस दौरान सभी मंदिरों की कपाट बंद हो जाते हैं ।उन्होंने बताया कि रामपुर बुशहर के जो सबसे शक्तिशाली देवता है द्रमुक आज स्वर्ग प्रवास के बाद मंदिर लौटे हैं । उन्होंने अपने गुर के माध्यम से आने वाला साल कैसा रहेगा वह भविष्यवाणी की। उन्होंने बताया कि साल अच्छा रहेगा जो कुछ समस्याएं है उन को देवता ने स्वयं देवीय शक्तियों से निपटाने की बात गुर के मध्य से कही।

मंदिर कमेटी प्रधान खेल चंद नेगी ने बताया कि हमारे देवता साहब जो डंसा के हैं , वे एक माह के लिए स्वर्ग प्रवास पर गए थे। आज स्वर्ग से वापस लौटे हैं जिसे माधवन भी कहा जाता है । इस दौरान देवता ने गुर के माध्यम से पूरे साल की भविष्यवाणी । बताया कि अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में साल फसल अच्छी होगी। और इस बार सूखे की स्थिति हो सकती है।

मंदिर कमेटी कोषाध्यक्ष दुर्गा दत्त शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति को सारे इलाके के देवी देवता स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं और 1 महीने बाद स्वर्ग से वापिस आते हैं ।पहले गुरु को खेल आता है। उसके बाद गालों पर गुर मोटी लोहे की छड़ को चुबोते है। फिर शिवालय जाकर उस सुई को निकालते हैं । उस के बाद वर्ष भर के साल फल की भविष्यवाणी करते हैं। देवता स्वर्ग प्रवास के दौरान स्वर्ग में देवसद्न में क्या घटनाएं हुई बताते है। इस बार भविष्यवाणी की है साल इलाके के लिए लगभग ठीक ही है। थोड़ी बहुत पानी की कमी होने की संभावना जताई है ।बाकी इलाके में सुख शांति रहेगी।

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