Site icon Hindi &English Breaking News

तीन तेंदुओं की मौत का कारण जहर

रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।

शिमला जिला के रामपुर वन मंडल के अंतर्गत डंसा पंचायत के जगुनी गांव में 8 मार्च को मिले तीन मृत मादा तेंदुओं की मौत जहर से होने की पुष्टि हुई है । तीनों का फोरेंसिक लैब जुंगा में बिसरा जांच में जहर पाया गया। जबकि जिस गाय के मास को खा कर मौत होने की संभावनाएं जताई जा रही थी, उस गाय के अवशेषों को भी फॉरेंसिक जांच के लिए जुंगा भेजा गया था जिस में कोई जहर नही निकला। ऐसे में तीनों तेंदुओ की मौत की गुत्थी सुलझाना अब चुनौती पूर्ण हो गया है। इससे पूर्व प्रयास लगाए जा रहे थे कि तीन तेंदुओं की मौत का कारण या तो तेंदुआ द्वारा पालतू जानवरों पर अटैक करने पर उनसे बचाव के लिए उन्हें मारा गया । या फिर खाल एवं नाखूनों आदि की तस्करी के लिए किसी ने तेंदुओं को मारने की कोशिश की। उल्लेखनीय है कि 8 मार्च को डंसा पंचायत के जगुनी गांव में एक ढाई साल की मादा तेंदुआ व दो उसके मादा शावक मृत अवस्था में पाए गए थे। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने तेंदुओं को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए बहुआयामी पशु चिकित्सालय रामपुर पहुंचाया। तीनो मादा तेंदुए कैसे मारे गए इस पर वन विभाग ने जांच शुरू की। इस दौरान गांव में एक मृत गए के विसरे को भी फॉरेंसिक लैब जुंगा भेजा गया । क्योंकि वन विभाग को अंदेशा था की कही तेंदुए ने गांव गाय को मारने के बाद लोगों ने मृत गाय के मास में तेंदुओं को मारने के लिए जहर ना डाला हो। लेकिन उसमें अब जहर के अवशेष ना मिलने से तेंदुओं के मौत का मामला उलझ गया है।
डीएफओ रामपुर हरदेव नेगी ने बताया कि तीनों तेंदुए मादा में जहर की पुष्टि फॉरेंसिक लैब जुंगा की रिपोर्ट से हुई है। उन्होंने बताया कि लेकिन जिस मृत गाय के विसरे को लैब भेजा गया था उस में कोई जहर नही पाया गया। ऐसे में स्वस्थ बिंदुओं की मौत कैसे हुई इस पर विभाग जांच को आगे बढ़ा रहा है।

तीनों मृत तेंदुए करीब 100 मीटर के दायरे में अलग-अलग स्थान में मृत पाए गए। जिम दो बच्चे एक मां शामिल है । मां गांव के निकट मरी हुई मिली। जबकि शावक गांव से दूर। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई ऐसे सुराग नहीं लगे हैं कि जिससे यह पता लगे कि जहर देकर मारे गए या फिर किसी अन्य बीमारी से। फोरेंसिक रिपोर्ट आने पर ही इसका खुलासा होगा । उन्होंने बताया तीनो तेंदुओं को टीम गठित कर ऐसे जानवरो को जलाने के लिए बनाए गए नियमो के अनुसार जला दिया गया। उधर बहुआयामी पशु चिकित्सालय रामपुर के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर अनिल शर्मा ने बताया कि तीनों तेंदुओं का पोस्टमार्टम किया गया और फोरेंसिक रिपोर्ट के लिए उन का विसरा भेज दिया गया है। उन्होंने बताया की तीनो तेंदुए मादा है। दो शावक करीब आठ से नौ माह के है और उन की मां अढ़ाई साल की।

Exit mobile version