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किसान सभा की चेतावनी 24 तक मांगे पूरी नहीं तो लुहरी परियोजना का निर्माण होगा ठप

रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।

210 मेगावाट की निर्माणाधीन लुहरी जल विद्युत परियोजना निर्माताओ के खिलाफ परियोजना प्रभावितों ने हिमाचल किसान सभा के बैनर तले परियोजना मुख्यालय बिथल में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने रैली की शक्ल में मुख्य कार्यालय पहुंच कर एक ज्ञापन दिया और किसानों की मांगों और समस्याओं को दूर न करने की सूरत में24 अप्रैल के बाद परियोजना निर्माण को रोकने की चेतावनी दी। हिमाचल किसान सभा के बैनर तले स्थानीय इकाई ने पूर्व विधायक राकेश सिंघा और माकपा नेता ओंकार शाद की अगुवाई में परियोजना प्रभावितों ने प्रदर्शन के दौरान कहा विभिन्न समस्याओं एवं मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो परियोजना निर्माण कार्य 24 अप्रैल के बाद कभी भी ठप हो सकता है। जिसकी जिम्मेदारी परियोजना निर्माताओ की होगी। पूर्व विधायक एवं किसान नेता राकेश सिंघा ने बताया कि आज बिथल नामक स्थान में लुहरी परियोजना मुख्य कार्यालय में जाकर किसान सभा ने ज्ञापन सोपा है। उन्होंने कहा कि परियोजना निर्माताओ ने अभी भी 168 ऐसे लोग जिनकी परियोजना निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहित की है उन्हें रोजगार नहीं दिया गया है। परियोजना क्षेत्र के किसानों को फसलों को प्रदूषण से हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है और ना ही धमाकों से मकानों में आई दरारों का पैसा दिया जा रहा है। राकेश सिंघा ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने ज्ञापन में परियोजना निर्माताओ को चेतावनी दी है कि अगर 24 अप्रैल तक किसानों की सभी जायज मांगे एवं देनदारियां नहीं दी जाती है तो उसके बाद लोग लामबंद होकर उग्र आंदोलन कर सकते हैं। इस के साथ परियोजना निर्माण कार्य ठप हो सकता है जिसकी सारी जिम्मेदारी परियोजना निर्माताओ की होगी। उन्होंने कहा पूर्व में भी आंदोलनो के माध्यम से एसजेवीएन को चेतावनी दी गई लेकिन परियोजना निर्माता उन की समस्याओं को हल करना नही चाहते। उन्होंने कहा कि इसीलिए चेतानी स्वरूप आज ज्ञापन दिया गया है। अगर इस पर गौर नहीं किया जाता है तो किसानों को संगठित कर एक जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाए की और उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। उधर दूरी जल विद्युत परियोजना के एक प्रवक्ता ने बताया कि देनदारियों से जुड़ा मामला सरकार के समक्ष है। प्रशासन जैसे-जैसे मापदंडों के अनुसार देनदारियों की सूची तैयार करता है उसी हिसाब से लोगों की नुकसानियो की भरपाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि परियोजना में हिमाचलियों को रोजगार देने के लिए एसजीबीएन कृत संकल्प है।

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